देहरादून: राज्यपाल ने कहा कि भारत ने महामारी के दुष्प्रभावों से लड़ते हुए विभिन्न देशों के साथ बहुपक्षीय संबंधों की रणनीति और अनुकूल आर्थिक उपायों के साथ अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर संबंधों को साधा है।
बुधवार को एमिटी विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित संयुक्त वैश्विक सेमिनार में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने बतौर मुख्य वक्ता के रूप में वर्चुअल रूप से प्रतिभाग किया। यह सेमिनार ‘एशियाई पुनरुत्थानः सामरिक संतुलन और नई भू-राजनीतिक चुनौतियां’ विषय पर आयोजित हुआ।
इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिप्रेक्ष्य में बहुपक्षीय संबंधों, आर्थिक सुधारों, कोरोना महामारी के बाद के प्रभावों, जलवायु परिवर्तन के गहराते खतरे और सामाजिक आर्थिक परिस्थितियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
राज्यपाल ने कहा कि भारत कोरोना महामारी में एक मजबूत राष्ट्र के तौर पर अपने संबंधों को विस्तार किया है। वर्तमान में हिन्द-प्रशान्त क्षेत्र का महत्व बढ़ रहा है। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के संयुक्त संघ क्वाड का उभरना एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।
राज्यपाल ने कहा कि चीन-अमेरिका के पारस्परिक संबंधों का असर आसियान देशों पर भी पड़ रहा है। उन्होंने जापान में सुरक्षा परिदृश्य, यूक्रेन युद्ध, चीन-भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भी विचार रखे। इस दौरान उन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय पर सेमिनार आयोजित कराने के लिए आयोजकों की सराहना की।