बयान में कहा गया कि यह इस तरह की तीसरी घटना है, जब भारतीय पनडुब्बी का समय से पहले ही पता लगा लिया गया और उसे रोक दिया गया। बयान में दावा किया गया है कि इस तरह की एक घटना पिछली बार मार्च 2019 में हुई थी, जब पाकिस्तानी नौसेना ने एक भारतीय पनडुब्बी का पता लगाकर उसे देश के जलक्षेत्र में घुसने से रोक दिया था।
नयी दिल्ली। एक ओर जहां भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर प्रशंसकों में उत्साह है। वहीं, भारत को लेकर पाकिस्तान लगातार झूठ पड़ोसने की कोशिश कर रहा है। दरअसल, पाकिस्तानी नौसेना की ओर से दावा किया गया था कि उसने अपनी जल सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रही भारतीय पनडुब्बी का पता लगाया है। इतना ही नहीं, दावे में यह भी कहा गया पाकिस्तानी नौसेना ने भारतीय पनडुब्बी को अपने इलाके से भी खदेड़ भी दिया। अपने ऐसे प्रोपेगेंडा को धार देने की कोशिश में पाकिस्तान की ओर से इस से जुड़ा एक वीडियो भी जारी कर दिया गया। इस वीडियो ने पाकिस्तान के झूठे दावे की पोल भी खोल दी।
बयान में कहा गया कि उसकी नौसेना ने ‘‘16 अक्टूबर को भारतीय पनडुब्बी का पता लगाया और उसे पाकिस्तानी जलक्षेत्र में घुसने से रोक दिया गया।’’ बयान में कहा गया कि यह इस तरह की तीसरी घटना है, जब भारतीय पनडुब्बी का समय से पहले ही पता लगा लिया गया और उसे रोक दिया गया। बयान में दावा किया गया है कि इस तरह की एक घटना पिछली बार मार्च 2019 में हुई थी, जब पाकिस्तानी नौसेना ने एक भारतीय पनडुब्बी का पता लगाकर उसे देश के जलक्षेत्र में घुसने से रोक दिया था। इसमें दावा किया गया कि भारतीय पनडुब्बी द्वारा इस तरह का एक और प्रयास नवंबर 2016 में किया गया था, जिसका पता लगाकर उसे पाकिस्तान के जलक्षेत्र से बाहर कर दिया गया था।
भारत ने ऐसे खोला पोल
नौवहन अभियानों से परिचित अधिकारियों ने पाकिस्तान के इस दावे की पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का यह दावा विश्वसनीय नहीं है और इस बारे में सामने आए ब्यौरे के अनुसार यह पनडुब्बी पड़ोसी देश के जल क्षेत्र की सीमा से काफी दूर थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के जल क्षेत्र की सीमा उसके तट से 12 समुद्री मील की दूरी तक है। नौवहन अभियान से परिचित अधिकारियों ने बताया कि इस बारे में सामने आए ब्यौरे के मुताबिक पनडुब्बी की स्थिति कराची बंदरगाह से 150 समुद्री मील दूर थी जो पाकिस्तानी जल क्षेत्र की सीमा से काफी दूर है। एक अधीकारी ने बताया कि वीडियो शूट करते समय भारतीय पनडुब्बी अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में थी। ऐसे में पाकिस्तान का दावा झूठा साबित हो रहा है।