मुंबई। केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी कथित बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। जिसके बाद शिवसैनिकों ने नारायण राणे के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने नारायण राणे के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। इसी बीच शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस ने लाठियां चलाईं।
नारायण राणे के कथित बयान के बाद मामला गर्मा गया और कथित लोगों ने नासिक स्थित भाजपा कार्यालय में पथराव किया। शिवसैनिकों पर पथराव का आरोप लगा है। वहीं शिवसैनिकों ने मुंबई में नारायण राणे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी की मांग की।
उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी कथित बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ 4 एफआईआर दर्ज हुई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुणे के चतुरशृंगी पुलिस स्टेशन में युवा सेना की शिकायत के बाद आईपीसी की धारा 153 और 505 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मैंने कोई अपराध नहीं किया है। 15 अगस्त के बारे में कोई नहीं जानता तो क्या यह अपराध नहीं है? मैंने कहा था कि मैं थप्पड़ मार देता और यह अपराध नहीं है।
नारायण राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कहा था कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।