देहरादून : धर्मनगरी हरिद्वार में 11 साल की मासूम के साथ रेप और फिर उसकी हत्या के मामले में भले ही मुख्य आरोपी पकड़ा जा चुका हो. लेकिन फिलहाल पुलिस की कोशिश सह आरोपी को पकड़ने की है।
जिसको लेकर बेहद ज्यादा राजनीतिक दबाव बना हुआ है। हालांकि पुलिस की सबसे बड़ी मुश्किल इस समय इस मामले को लेकर सड़कों पर हो रहा विरोध है।
वहीं, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने आज इस मामले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। साथ ही मामले में सह आरोपी राजीव को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए।
हरिद्वार में मासूम के साथ रेप और हत्या के मामले पर राजनीतिक रूप से विरोध शुरू होने के बाद मामला प्रदेश भर में गर्म हो गया है। इस मामले में कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए पुलिस मशक्कत में जुटी है और सह आरोपी को पकड़ने के लिए भी कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
इस कड़ी में पुलिस मुख्यालय में महानिदेशक अशोक कुमार ने अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को मामले में जल्द से आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही इस पूरे घटनाक्रम में मौजूदा स्थिति की जानकारी भी ली। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि रविवार के दिन करीब 3.00 बजे इस घटना के होने की बात कही जा रही है।
जिसमें एक 11 साल की मासूम के साथ पहले रेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
लेकिन इसमें मुख्य आरोपी के मामा और घटना में सह आरोपी ने फरार होने में कामयाब रहा। बताया जा रहा है कि रेप के बाद हत्या करने के मामले में आरोपी ने अपने मामा को फोन के जरिए संपर्क किया और उसके बाद उसके मामा ने मासूम के शव को ठिकाने लगाने और साक्ष्य को मिटाने में उसका साथ दिया।
पुलिस ने इस घटना के बाद नाकेबंदी की. लेकिन आरोपी राजीव अपने परिवार को लेकर उत्तराखंड की सीमा से भागने में कामयाब रहा। अब इस मामले में उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में राजीव के ससुराल में उसके छुपे होने की बात कही जा रही है।
हालांकि पुलिस टीम सभी संभावित जगहों पर पुलिस दबिश दे रही है। महानिदेशक अशोक कुमार ने आम लोगों से पुलिस का साथ देने की अपील की है।
ताकि जघन्य अपराध में जल्द से जल्द से आरोपी को पकड़ा जा सकें। साथ ही इस मामले में पहले ही इनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख कर दी गई है। जिससे मामले में पीड़ित पक्ष को जल्द से जल्द न्याय मिल सकें।
इसके लिए पुलिस कोर्ट में भी इस पूरे मामले की निगरानी रखेगी और कोशिश करेगी कि अपराधी को फांसी के फंदे तक पहुंचाया जा सकें।