चमोली। जिलाधिकारी क्लेक्ट्रेट सभागार में दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुगम निर्वाचन को लेकर गठित जिला स्तरीय निगरानी समित की बैठक ली। उन्होंने निर्वाचन से पूर्व सभी मतदेय स्थलों का भौतिक सत्यापन करते हुए दिव्यांग मतदाताओं के सामने आने वाली कठिनाईयों का समाधान करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि मतदेय स्थल तक दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुगमता से पहुॅचने, मतदेय स्थल पर रैम्प, पृथक प्रेवश, निकासी, बाधारहित शौचालय, पेयजल, प्रकाश, प्रतीक्षा इत्यादि की व्यवस्था निर्वाचन से पूर्व सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी आरओ, एआरओ को निर्देशित किया कि निर्वाचन से पहले प्रत्येक मतदेय स्थल का संबधित बूथ लेवल ऑफिसर के साथ स्वयं भौतिक सत्यापन करते मतदेय स्थल पर दिव्यांगजनों के लिए समुचित एवं सुगम व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए और फोटोग्राफ के साथ इसकी रिपोर्ट उपलब्ध करें। मतदेय स्थल पर किस प्रकार के दिव्यांग मतदाता है उनके दिव्यांगता के प्रकार से व्यवस्थाए की जाए। दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि तथा मूक बधिर दिव्यांग मतदाता हेतु निर्वाचन प्रक्रिया से संबधित साईन भाषा का प्रशिक्षण दिया जाए। सभी दिव्यांग मतदाताओं का निर्वाचक नामावली में पंजीकरण भी सुनिश्चित किया जाए। मतदान दिवस पर दिव्यांगजनों को मतदेय स्थलों तक लाने ले जाने के लिए वॉलिएंटर की सूची तैयार करते हुए उनके दायित्व निर्धारित किए जाए। दिव्यांगजनों के लिए निर्वाचन प्रक्रिया से संबधित विशेष कार्यशाला आयोजित करने के साथ ही हेल्पलाइन नंबर और टोल फ्री नंबर 1950 का प्रचार प्रसार करें।
बैठक में अवगत कराया गया कि जिले में निर्वाचक नामावली में 2848 दिव्यांग मतदाता पंजीकृत है। बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र में 1002, थराली में 1053 तथा कर्णप्रयाग में 793 दिव्यांग मतदाता है। इस अवसर अपर जिलाधिकारीध्उप जिला निर्वाचन अधिकारी हेमंत वर्मा, सहायक निर्वाचन अधिकारी बीएस रावत, जिला समाज कल्याण अधिकारी टीआर मलेठा, सहायक स्वीप समन्वयक अर्शित गोदवाल, ईई लोनिवि रवि प्रकाश, प्रधानाचार्य महेन्द्र हिन्दवाल, ईओ अनिल पंत, जिला समन्वयक समग्र शिक्षा अशोक सजवाण, जिला दिव्यांग एवं पुर्नवास केन्द्र के नोडल अधिकारी वृजमोहन सिंह नेगी, सदस्य धीर सिंह झिंक्वाण, अरविंद बिष्ट