अखिलेश के जिन्ना वाले बयान पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। अपने बयान में ओवैसी ने कहा कि भारत के मुसलमान ने 1947 में फैसला कर लिया था कि वो पाकिस्तान नहीं जाएंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी दल अपने-अपने समीकरणों को साधने में जुट गए हैं। इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना का अपनी रैली में जिक्र कर दिया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से बवाल मच गया है। अखिलेश के जिन्ना वाले बयान पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। अपने बयान में ओवैसी ने कहा कि भारत के मुसलमान ने 1947 में फैसला कर लिया था कि वो पाकिस्तान नहीं जाएंगे। जिन्ना से हमारा कोई ताल्लुक नहीं है। अखिलेश यादव को ये समझना चाहिए कि वो ये बात करके सोच रहे हैं, कोई एक तबका इससे खुश होगा तो वो गलत हैं।
आपकों बता दे कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हरदोई की एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना की, भारत की आजादी के लिए उनके योगदान की सराहना की थी। सपा प्रमुख ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे। उन्होंने राष्घ्ट्रीय स्घ्वयंसेवक संघ का नाम लिए बिना कहा अगर कोई विचारधारा (आरएसएस की) है जिस पर प्रतिबंध लगाया गया था तो वह लौह पुरुष सरदार पटेल थे जिन्होंने प्रतिबंध लगाने का काम किया था।