गाजा में संचार सेवा फिर ठप, इजराइली सेना ने गाजा सिटी को घेरकर दो भागों में बांटा
दीर अल बलाह: इजराइल ने हमास के खिलाफ जारी युद्ध के तहत गाजा सिटी की घेराबंदी कर तटीय पट्टी को दो भागों में विभाजित कर दिया है। इजराइल की सेना ने यह जानकारी दी। गाजा में रविवार को तीसरी बार संचार सेवा फिर से ठप हो गई।
इजराइली सेना के रियर एडमिरल डेनियर हैगारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब उत्तर गाजा और दक्षिण गाजा को विभाजित किया गया है।’’ उन्होंने इसे गाजा पर शासन कर रहे हमास के आतंकवादियों के खिलाफ इजराइल के युद्ध में ‘‘अहम चरण’’ बताया।
इजराइली मीडिया के अनुसार, सैन्य बलों के आगामी 48 घंटे में गाजा पट्टी में घुसने की संभावना हैं। उत्तरी गाजा में रात भर जोरदार विस्फोट हुए। इंटरनेट तक पहुंच का समर्थन करने वाले समूह ‘नेटब्लॉक्सडॉटओआरजी’ ने गाजा में ‘‘कनेक्टिविटी’’ (संचार सेवा) ठप होने की जानकारी दी और फलस्तीनी दूरसंचार कंपनी पालटेल ने भी इसकी सूचना दी।
संचार सेवा ठप हो जाने के कारण सैन्य अभियान के नए चरण की जानकारी लोगों तक पहुंचाना जटिल हो गया है। इससे पूर्व भी गाजा में पहले 36 घंटे और दूसरी बार कुछ घंटे संचार सेवा ठप रही थी।
इससे पहले, इजराइल के युद्धक विमानों ने मध्य गाजा पट्टी में रविवार को दो शरणार्थी शिविरों पर हमला किया, जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इजराइल-हमास संघर्ष पर अपनी पश्चिम एशिया कूटनीति के तहत अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक के रामल्ला का दौरा किया और फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की।
इजराइल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत करने के बाद, ब्लिंकन ने शनिवार को जॉर्डन में अरब देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि जब तक हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक कोई अस्थायी संघर्ष-विराम नहीं हो सकता।
अमेरिका ने आम नागरिकों को राहत देने के लिए इजराइल से कुछ वक्त के लिए हमले रोकने की अपील की थी, लेकिन इजराइल का कहना है कि वह गाजा में हमास शासकों को कुचलने के लिए अपने हमले जारी रखेगा।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन, फ्रांस की राजधानी पेरिस, जर्मनी की राजधानी बर्लिन और अन्य यूरोपीय शहरों में फलस्तीन समर्थक हजारों लोगों ने गाजा में इजराइली बमबारी रोकने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
ये प्रदर्शन इजराइल-हमास युद्ध में हताहत हुए लोगों की बढ़ती संख्या और गहराते मानवीय संकट को लेकर यूरोप के उन देशों में बढ़ रहे असंतोष को दर्शाते हैं, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है। अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने क्षेत्र की अपनी हालिया यात्रा के दौरान मानवीय मदद पहुंचाने के लिए कुछ देर हमले रोकने का प्रस्ताव रखा था, जिसे इजराइल ने अस्वीकार कर दिया है।
इजराइल के रक्षा मंत्री याओव गैलेंट ने कहा, ‘‘गाजा पट्टी में रह रहा हर व्यक्ति अपनी जान को खतरे में डाल रहा है।’’ गाजा में हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइल-हमास युद्ध में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 9,700 हो गई है। इजराइल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
इनमें से अधिकतर लोगों की मौत सात अक्टूबर को हमास के शुरुआती हमलों में हुई। इन्हीं हमलों के बाद से यह युद्ध शुरू हुआ। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रविवार तड़के मध्य गाजा के मघाजी शरणार्थी शिविर पर हुए हवाई हमले में कम से कम 40 लोग मारे गए और 34 लोग घायल हो गए।
मध्य गाजा के ब्यूरिज शरणार्थी शिविर में एक स्कूल के पास एक मकान पर भी हवाई हमला किया गया। अल-अक्सा अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि इस हमले में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। इस शिविर पर बृहस्पतिवार को भी हमला हुआ था। हमलों के खिलाफ प्रदर्शनों और इसे रोके जाने की अपीलों के बावजूद इजराइल ने हमास के लड़ाकों और उनकी संपत्तियों को नष्ट करने के लक्ष्य से पूरे गाजा में बमबारी जारी रखी है।
इजराइल ने हमास पर आम नागरिकों का मानवीय ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। इजराइल-हमास युद्ध में हजारों फलस्तीनी नागरिकों की मौत की निंदा कर रहे अरब नेताओं ने शनिवार को तत्काल संघर्ष-विराम पर जोर दिया, जबकि अमेरिका के विदेश मंत्री ने आगाह किया कि ऐसा कदम प्रतिकूल होगा तथा इससे आतंकवादी समूह को और हिंसा करने के लिए बढ़ावा मिलेगा।