#उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नही होगी लेकिन किसी के दबाव में कोई कार्रवाई नही होगी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी मामले को लेकर सियासत गर्मायी हुई है। क्राइम ब्रांच की टीम ने आज 10 बजे मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र उर्फ मोनू को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह पेश नहीं हुआ। ऐसे में क्राइम ब्रांच ने आशीष को शनिवार को 11 बजे पेश होने के लिए कहा है।
इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नही होगी लेकिन किसी के दबाव में कोई कार्रवाई नही होगी। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग कोई सद्भावना के दूत नहीं हैं बल्कि नकारात्मकता फैलाना ही इनका काम है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने लखीमपुर खीरी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई भी स्थान नहीं है। कानून को हाथ में लेने का किसी को भी अधिकार नहीं है। सभी लोगों के लिए कानून एक समान है। हालांकि उन्होंने उच्चतम न्यायालय के कानूनों का हवाला देते हुए कहा कि किसी की भी गिरफ्तारी से पहले आपके पास पर्याप्त सबूत होने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसी के भी दबाव में आकर गिरफ्तारी नहीं करेंगे और दोषियों को भी नहीं छोड़ेंगे, चाहे वो कोई भी हो। वहीं दूसरी तरफ उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार लगाई है। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सबूतों से छेड़छाड़ ना हो, इस बात का ध्यान रखना होगा। इसके साथ ही अदालत ने माना कि जांच के लिए अब दूसरे विकल्पों पर विचार जरूरी है।