नयी दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किए गए, 25 सितंबर को ‘‘भारत बंद’’ के आह्वान का वामपंथी दलों ने समर्थन करने की घोषणा की है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक संयुक्त बयान में लोगों से भारत बंद का समर्थन करने की अपील की गई है। बयान में रेखांकित किया गया है कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने की मांग को लेकर किसानों का संघर्ष 10 माह से जारी है।
वामपंथी दलों ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार अड़ी हुई है और वार्ता के जरिए किसानों से संवाद करने से मना कर रही है। वामपंथी दल सरकार के इस रुख की निंदा करते हैं और तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस लेने और एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी की मांग करते हैं। साथ ही राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन को समाप्त किया जाए और श्रम संहिताओं को खत्म किया जाए।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘वामपंथी दल अपनी सभी इकाइयों से भारत बंद की सफलता के लिए सक्रियता से काम करने का आह्वान करते हैं। वामपंथी दल लोगों से भी भारत बंद का समर्थन करने की अपील करते हैं।