सिंघू बॉर्डर पर जरनैल सिंह भिंडरावाले का पोस्टर दिखाई दिया। इस पोस्टर के सामने आने के बाद किसान आंदोलन पर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं। आपको बता दें कि 40 से अधिक किसान संगठनों के बैनर तले चल रहा किसान आंदोलन अभी समाप्त नहीं होने वाला है।
नयी दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन का एक साल पूरा होने पर दिल्ली की तीनों सीमाओं सिंघू, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों किसान एकत्रित हुए। इसी बीच सिंघू बॉर्डर पर जरनैल सिंह भिंडरावाले का पोस्टर दिखाई दिया। इस पोस्टर के सामने आने के बाद किसान आंदोलन पर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं।
इतिहास में दर्ज हुई 26 दिसंबर की तारीख
आपको बता दें कि 40 से अधिक किसान संगठनों के बैनर तले चल रहा किसान आंदोलन अभी समाप्त नहीं होने वाला है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के समक्ष अपनी 6 मांगें रखी हैं। जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून सबसे मुख्य है। आंदोलन के एक साल पूरे होने पर किसान संगठनों ने कहा कि इतिहास में हमेशा लोगों के संघर्ष के सबसे महान क्षणों में से एक के रूप में आज का दिन याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुनानक जयंती के दिन राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी। इसके बाद केंद्रीय कैबिनेट ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी फिर भी किसानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ। दिल्ली की तीनों सीमाओं पर किसान धरना दे रहे हैं। माहौल बिल्कुल किसान आंदोलन की शुरुआती दिनों जैसा दिखाई दे रहा है।