कोटद्वारः अंकिता भंडारी हत्याकांड के एक अन्य गवाह का बयान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी की अदालत में दर्ज किया गया। अंकिता भंडारी ऋषिकेश के पास वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थी। उसे एक वीआईपी अतिथि को कथित तौर पर विशेष सेवाएं देने के लिए मजबूर किए जाने के प्रयासों का विरोध करने पर रिजॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य और दो अन्य कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने पिछले साल सितंबर में चिल्ला नहर में धकेल दिया था। तीनों आरोपियों पर हत्या, सबूत नष्ट करने और अनैतिक तस्करी का आरोप लगाया गया है।
वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वाले गवाह खुशराज ने अपने बयान में कहा कि वह 18 सितंबर 2022 की शाम करीब छह बजे रिसेप्शन में खड़ा था, तभी उसने देखा कि अंकिता अपने कमरे से आ रही है और चिल्ला रही है, मुझे यहां से ले जाओ।
अभियोजन पक्ष के वकील जितेंद्र रावत ने खुशराज के बयान के हवाले से बताया कि आर्य उससे फोन छीनने की कोशिश कर रहा था और उसे चिढ़ा रहा था। रावत के मुताबिक, खुशराज ने कहा कि इसके बाद शाम करीब सवा छह बजे उसने अंकिता को रोते हुए देखा, जबकि आर्य, गुप्ता और भास्कर दोपहिया वाहनों पर सवार होकर एक साथ कहीं निकल रहे थे।