देहरादून: कोरोना का असर भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की सालों पुरानी पंरपराओं पर भी पड़ रहा है। इतिहास में पहली बार मित्र राष्ट्र (वियतनाम) के तीन जेंटलमैन कैडेट्स आईएमए की पासिंग आउट परेड (पीओपी) से एक महीने पहले ही अपने वतन लौट गए हैं। बुधवार को अकादमी की चैटवुड बिल्डिंग में उनकी पीपिंग सेरेमनी आयोजित की गई है।
आईएमए देहरादून में देश के ही नहीं बल्कि विदेशी (मित्र राष्ट्र) जेंटलमैन कैडेट्स भी ट्रेनिंग लेते है। इस बार भी 11 मित्र राष्ट्रों के 208 विदेशी कैडेट्स यहां पर ट्रेनिंग ले रहे हैं। जिसमें से तीन कैडेट्स वियतनाम के हैं। जिन्हें दिसंबर में होने वाली पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेना था, लेकिन वियतनाम दूतावास ने आग्रह किया था कि तीनों कैडेट्स को एक साथ उनके देश भेजा जाएगा। इसलिए तीनों कैडेट्स की पीपिंग सेरेमनी एक महीने पहले ही आयोजित की गई। आईएमए कमांडेंट हरिंदर सिंह ने तीनों कैडेट्स के कंधों पर स्टार (पीपिंग सेरेमनी) लगाकर उन्हें ऑफिसर बनाया।
बता दें कि कोरोना की वजह से जून में भी बड़ी सादगी के साथ पासिंग आउट परेड आयोजित की गई थी। ऐसा पहली बार था जब जेंटलमैन कैडेट्स के परिजनों पासिंग आउट परेड में शामिल नहीं हुए थे। अब अगले महीने दिसंबर में पासिंग आउट परेड होनी है। इस बार पासिंग आउट परेड क्या स्वरूप रहेगा इसके बारे में अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता है।