आसिम मुनीर के पाकिस्तान सेना प्रमुख बनने के साथ शुरू हुआ विरोध, दो प्रमुख अधिकारियों ने की इस्तीफे की पेशकश

Prashan Paheli
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर बाजवा की जगह लेफ्टिनेंअ जनरल आसिम मुनीर के रूप में नया सेनाध्यक्ष बनाने को लेकर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आसिम मुनीर की तैनाती के विरोध में पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख जनरल फैज हामिद ने सेना से जल्द सेवानिवृत्ति के लिए अर्जी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल हामिद, बहावलपुर के कोर कमांडर के रूप में सेवारत हैं और पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों में से एक हैं। वह सेना प्रमुख पद के लिए नामित छह वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों में से एक थे। उन्होंने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय को जल्द सेवानिवृत्ति के लिए अनुरोध भेजा है। बता दें कि पाकिस्तान सरकार के जनरल आसिम मुनीर को नया सेना प्रमुख के रूप में और जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने के बाद इस तरह जल्दी सेवानिवृत्ति मांगने का यह दूसरा मामला है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सीजीएस) लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास ने भी जल्द सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है। वह भी वरिष्ठतम अधिकारियों में शामिल हैं और सेना प्रमुख के दावेदारों में उनका भी नाम था। जानकारी के मुताबिक लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास ने अपने व्यक्तित्व के अनुरूप जल्दी सेवानिवृत्ति की मांग करते हुए विदाई लेने का फैसला करके सबको चौंका दिया है। सूत्रों की मानें तो उन्हें पूरा भरोसा था कि वह नया सेना प्रमुख बनेंगे, लेकिन ऐसा नहीं होने पर वे नाराज बताए जा रहे हैं। अगर जनरल अब्बास के सफर की बात करें तो पाकिस्तान सैन्य अकादमी से निकलने के बाद उन्हें 1987 में 41 बलूच रेजिमेंट में कमीशन किया गया था। वर्तमान में वह जनरल स्टाफ के हेड हैं। उनका मौजूदा पद अभी सीजीएस का है। इस जिम्मेदारी से पहले वह रावलपिंडी में एक्स कोर के प्रमुख भी रह चुके हैं। इस पोस्ट पर रहते हुए भारत और पाकिस्तान सेना के बीच 2003 में एलओसी पर संघर्ष विराम समझौता हुआ था। लेफ्टिनेंट जनरल अब्बास मुरी स्थित 12 इंफेट्री डिवीजन के मुखिया भी रह चुके हैं।
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