आज अमित शाह मुंबई में, जेपी नड्डा कर्नाटक में और राजनाथ दिल्ली में लाइव सुनेंगे पीएम मोदी के ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड
नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुंबई में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कर्नाटक में और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठकर रविवार को प्रसारित होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड लाइव सुनेंगे। पार्टी के इन तीनों दिग्गज नेताओं सहित मोदी सरकार के सभी मंत्री, भाजपा के सभी मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राज्य सरकारों के मंत्री, भाजपा के सभी सांसद, विधायक, चुने गए जन-प्रतिनिधि तथा पार्टी के सभी पदाधिकारी बूथ स्तर तक देशभर में 4 लाख के लगभग सेंटरों में मौजूद रहकर प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को लाइव सुनेंगे। देशभर के विभिन्न सामजिक संगठन, सिविल सोसायटी एवं अन्य संस्थाएं भी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर शामिल होंगे। विश्व भर में प्रवासी भारतीय भी प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ के इस 100वें एपिसोड को लाइव सुनेंगे।
भाजपा ने हर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 100 से अधिक स्थानों पर इसे लाइव सुनने की व्यवस्था की है, जिसमें स्थानीय सांसद, विधायक एवं चुने गए जन-प्रतिनिधि तथा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं पार्टी कार्यकर्ता कार्यक्रम के संयोजन की व्यवस्था में शामिल होंगे।
राजधानी दिल्ली की बात करें, तो भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को लाइव सुनने के लिए दिल्ली में 6530 स्थानों पर व्यवस्था की है। इसके अलावा अनेक नागरिक संगठनों, आर.डब्ल्यू.ए. एवं व्यापारी संगठनों ने भी अपने-अपने माध्यम से विभिन्न स्थानों पर प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुनने के लिए सावर्जनिक व्यवस्था की है।
राजनाथ सिंह के अलावा, निर्मला सीतारमण, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मीनाक्षी लेखी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम, प्रकाश जावड़ेकर, वी.सतीश, सुधा यादव, विनय सहस्रबुद्धे, सुधांशु त्रिवेदी, विजय गोयल, डॉ. हर्ष वर्धन, मनोज तिवारी, रमेश बिधूड़ी, हंसराज हंस, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
आपको बता दें कि ‘मन की बात’ का प्रसारण 3 अक्टूबर, 2014 को शुरू हुआ था। इसे 52 भारतीय भाषाओं – बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है। 27 जनवरी, 2015 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।