उन्होंने कहा कि जनता परेशानी में है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था बिखर चुकी है।किसान महंगे बीजों से राहत चाहते हैं।ट्रेक्टर बुआई के प्रति घण्टा रेट तय हों, इसके इंतजार में हैं।महंगाई से राहत प्राप्त हो इसके इंतजार में हैं। कर्मचारी निराशा हताशा की स्थिति में है।सरकार को इन सब विकट परिस्थितियों को हल करने की ओर सोचना होगा।
शिमला। चार उपचुनावों में भाजपा का सूपड़ा क्या साफ हुआ सरकार कौमा में चली गई है।मुख्यमंत्री अभी तक भी हार का ही रोना रो रहे हैं।सरकार इस शोकाकुल स्थिति से बाहर निकले और जनसमस्याओं के निराकरण की ओर ध्यान दे।यह शब्द प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज कहे।
उन्होंने कहा कि जनता परेशानी में है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था बिखर चुकी है।किसान महंगे बीजों से राहत चाहते हैं। ट्रेक्टर बुआई के प्रति घण्टा रेट तय हों, इसके इंतजार में हैं।महंगाई से राहत प्राप्त हो इसके इंतजार में हैं।कर्मचारी निराशा हताशा की स्थिति में है।सरकार को इन सब विकट परिस्थितियों को हल करने की ओर सोचना होगा। लेकिन यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि सरकार जनसमस्याओं के प्रति गम्भीर नहीं है।मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री की जी हजूरी में ही अपना वक्त जाया कर रहे हैं।पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने के बावजूद आमजन के उपयोग की आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में कोई कमी नहीं हुई है।सरकार कीमतों में कमी सुनिश्चित बनाए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को गम्भीरता दिखानी चाहिए।बेरोजगारों की निराशा खत्म करनी चाहिए।महंगाई रूपी डायन जो विकराल रूप धारण कर चुकी है उसको कम करने के उपाय करने चाहिए।करुणामूलक आधार पर नौकरियों की आस लगाए लगभग 4500 लोग पिछले 100 दिन से धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार ने उस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।यह असंवेदनशीलता है।दीपक शर्मा ने कहा कि चार उपचुनावों में जनता ने जो वैक्सीन भाजपा को लगाई है उसका असर अवश्य होगा और 2022 में जब दूसरी डोज जनता देगी तब मुकम्मल इलाज संभव होगा।कांग्रेस नेता ने उम्मीद जताई कि भाजपा सरकार जनसमस्याओं के निराकरण के प्रति गम्भीरता दिखाएगी और त्रस्त जनता को राहत प्रदान करेगी।