#पंजाब सहित कई राज्यों के किसान भारत सरकार द्वारा बनाये गये नये कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं। पिछले काफी समय से दिल्ली के बॉर्डर को किसानों ने प्रदर्शन का गढ़ बना लिया है। वह बॉर्डर से नहीं हट रहे हैं। कोर्ट ने भी इस मामले में हस्ताक्षेप किया और धरना दे रहे किसानों को फटकार लटाई है।
लखनऊ। लगभग एक साल से पंजाब सहित कई राज्यों के किसान भारत सरकार द्वारा बनाये गये नये कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं। पिछले काफी समय से दिल्ली के बॉर्डर को किसानों ने प्रदर्शन का गढ़ बना लिया है। वह बॉर्डर से नहीं हट रहे हैं। कोर्ट ने भी इस मामले में हस्ताक्षेप किया और धरना दे रहे किसानों को फटकार लटाई है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों के बीच संघर्ष हुआ जिसमें 4 किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गयी। इस घटना के बाद से ही इलाके में काफी गंभीर माहौल है।
प्रशासन घटना की जांच कर रहा है। मामला काफी पेचीदा है जिसके कारण घटना स्थल सहित आसपास के इलाकों धारा 144 लागू कर दी गयी है। लखीमपुर खीरी की हिंसा के बाद विपक्षी पार्टियां सरकार पर काफी दबाव बना रही हैं। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।
उत्तर प्रदेश में आने वाले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अब चुनाव में काफी कम समय बचा है। विपक्षी पार्टियां सरकार को घेरने के लिए लखीमपुर खीरी में घटना स्थल पर जाकर राजनीति करना चाहती है। घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच कर्ता और पुलिस को छोड़कर किसी को भी लखीमपुर खीरी हिंसा स्थल पर जाने की अनुमति नहीं है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, भूपेश बघेल, सचिन पायलट सहित विपक्ष के नेता लखीमपुर खीरी जाने की जिद में अड़े हैं और सरकार पर तीखे हमले कर रहे हैं।
किसानों की मौत को लेकर अक्रामक तरीके से सरकार को घेर रही विपक्षी पार्टियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में कई जहग पोस्टर लगाए गये हैं। लखनऊ और तमाम शहरों में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ पोस्टर लगाए गए है। पोस्टर में साफ तौर पर कांग्रेस पार्टी पर हमला किया गया है और उसे किसानों की मौत पर राजनीति करने वाली पार्टी बताया है। कुछ सिख सोसाइटी की तरफ से ये पोस्टर जारी किए गये हैं।