यूपी में धर्मांतरण सिंडिकेट का भंडाफोड़, कलीम सिद्दकी गिरफ्तार, हवाला फंडिंग का आरोप

Prashan Paheli

#प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि इस संबंध में आज के अभियुक्त को छोड़कर कुल 10 लोग गिरफ्तार हुए थे जिसमें से 6 के खिलाफ विभिन्न तिथियों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है, 4 के खिलाफ जांच चल रही है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश एटीएस ने राज्य में भारत के सबसे बड़े धर्मांतरण सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है और इस मामले में मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया है। वह जामिया इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट चलाता है। पुलिस ने कहा कि कलीम सिद्दकी कई मदरसों को फंड करता है जिसके लिए उसे भारी विदेशी फंडिंग मिली। उत्तर प्रदेश के । डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 20 जून को अवैध धर्मांतरण गिरोह संचालित करने वाले लोग गिरफ्तार गिए गए थे। इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया था। उमर गौतम और इसके साथियों को ब्रिटिश आधारित संस्था से लगभग 57 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई थी। जिसके खर्च का ब्योरा अभियुक्त नहीं दे पाए।

प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि इस संबंध में आज के अभियुक्त को छोड़कर कुल 10 लोग गिरफ्तार हुए थे जिसमें से 6 के खिलाफ विभिन्न तिथियों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है, 4 के खिलाफ जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि जांच में तथ्य प्रकाश में आए कि मौलाना कलीम सिद्दिकी अवैध धर्मांतरण के कार्य में लिप्त है और विभिन्न प्रकार की शौक्षणिक, सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं की आड़ में यह देशव्यापी स्तर पर किया जा रहा है, जिसके लिए विदेशों से भारी फंडिंग प्राप्त की जा रही है। जो सुनियोजित तरीके से संगठनात्मक रूप से किया जा रहा है। जिसमें देश के कई नामी लोग और संस्था शामिल हैं। तथ्य प्रमाणित हुआ है कि यह भारत का सबसे बड़ा धर्मांतरण सिंडिकेट संचालित करता है, गैर मुस्लिमों को गुमराह करके,डराकर धर्मांतरित करता है।

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