देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने शनिवार को भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण पर भारतीय अंतरिक्ष और अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी। सीएम धामी ने ‘एक्स’ (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर कहा, “मजबूत भारत की नई उड़ान!” भारत के सूर्य मिशन के सफल प्रक्षेपण पर सभी वैज्ञानिकों एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।” पीएसएलवी-सी57.1 रॉकेट आदित्य-एल1 ऑर्बिटर को लेकर शनिवार सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक उड़ान भरी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पहले सौर मिशन का सफल प्रक्षेपण ऐतिहासिक चंद्र लैंडिंग मिशन – चंद्रयान -3 के ठीक बाद हुआ। इसरो ने चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर एक लैंडर को सफलतापूर्वक स्थापित किया, एक ऐसी उपलब्धि जिसने भारत को ऐसा करने वाले पहले देश के रूप में रिकॉर्ड बुक में डाल दिया। एजेंसी के मुताबिक, आदित्य-एल1 मिशन के चार महीने में अवलोकन बिंदु तक पहुंचने की उम्मीद है। इसे लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 (या एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा, जो सूर्य की दिशा में पृथ्वी से 1.5 मिलियन किमी दूर है।
यह सूर्य का विस्तृत अध्ययन करने के लिए सात अलग-अलग पेलोड ले जाएगा, जिनमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और अन्य तीन प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के इन-सीटू मापदंडों को मापेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पहले सौर मिशन के शुभारंभ की सराहना की। ‘एक्स’ पर बोलते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा, “चंद्रयान -3 की सफलता के बाद, भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है। भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य -एल 1 के सफल प्रक्षेपण के लिए @isro में हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। हमारा अथक प्रयास संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए ब्रह्मांड की बेहतर समझ विकसित करने के लिए वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे।’
एएनआई