मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने पड़ोसी राज्य कर्नाटक के बेलगाम निकाय चुनाव में महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) की हार को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया है। उन्होंने इस चुनाव के नतीजे पर महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इकाई द्वारा जश्न मनाए जाने को ‘‘मराठी लोगों के साथ विश्वासघात’’ करार देते हुए कहा कि इस तरह का छल पहले कभी नहीं देखा गया। महाराष्ट्र बेलगाम पर दावा करता है। बेलगाम कभी पूर्ववर्ती बंबई प्रेसीसेंसी का हिस्सा था लेकिन वर्तमान में भाषाई आधार पर यह कर्नाटक का एक जिला है।
चुनाव परिणाम सोमवार को घोषित हुए जिसके अनुसार, कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा को 58 सीटों वाले बेलगाम नगर निकाय के चुनावों में स्पष्ट बहुमत मिला है। भाजपा ने 35, कांग्रेस ने 10, असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को एक जबकि निर्दलीय को 12 सीटें मिलीं हैं। राउत ने सोमवार शाम संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक के मराठी भाषी गांवों के महाराष्ट्र में विलय के लिए लड़ने वाले क्षेत्रीय संगठन एमईएस की हार ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ है। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि बेलगाम में ‘मराठी मानुष’ को हराने के लिए कर्नाटक सरकार की साजिश अकल्पनीय है। उनके अनुसार, ऐसा इसलिए किया गया ताकि मराठी लोग शहर पर दावा न कर सकें।
शिवसेना, महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ सत्ता में है। चुनाव परिणाम पर खुशी जताने के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा, ‘‘ठीक है, आपकी पार्टी जीत गई, लेकिन आप मराठी मानुष की हार का जश्न मना रहे हैं… क्या आपको खुद पर शर्म नहीं आती?’’ राउत ने दावा किया, ‘‘इस तरह का विश्वासघात पहले कभी नहीं देखा गया। लाखों लोगों ने बेलगाम में मराठी गौरव और स्वाभिमान के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है।’’ शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने दावा किया कि एमईएस की हार को लेकर महाराष्ट्र के कई स्थानों पर निराशा है।