इन चारों आरोपियों की गिरफ्तारी की सीबीआई के अधिकारियों ने पुष्टि की है। आरोपियों को शुक्रवार सुबह सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि जनवरी 2022 में देहरादून के एक कारोबारी ने राजपुर थाने में सुधीर विंडलास और उनके परिजनों व कर्मचारियों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए थे। आरोप था कि विंडलास ने जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें बेचा है। इसमें कई मृत लोगों को भी जिंदा दर्शाया गया था। जिनके स्थान पर अपने कर्मचारियों व साथियों को खड़ा किया गया था। इसके बाद एक मुकदमा पूर्व सैन्य अधिकारी ने दर्ज कराया।
विंडलास पर इनकी जमीन हथियाने का भी आरोप है, उद्योगपति विंडलास के खिलाफ 2018 में इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज किया गया था। शुरूआत में इन सभी मुकदमों की जांच जिला पुलिस ने की। लेकिन पीड़ित पक्ष जिला पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हुआ। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने सरकार से सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। सरकार ने गहन विचार कर इन मुकदमों को सीबीआई को ट्रांसफर करने की संस्तुति कर दी।
सरकार की संस्तुति के बाद सीबीआई की एंटी करप्शन शाखा देहरादून में चार मुकदमे सुधीर विंडलास समेत 20 लोगों के खिलाफ दर्ज किए। जांच के दौरान सीबीआई ने उनके घर, ठिकानों और संस्थान पर भी छापे मारे। इसी बीच बृहस्पतिवार शाम को उद्योगपति सुधीर विंडलास, रवि दयाल व दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है।