चक्रवात फ्रेडी के बाद अब अफ्रीका के इस हिस्से पर मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा
मलावी: विध्वंसकारी तूफान और मूसलाधार बारिश के चार दिन के कहर से बेहाल स्थानीय समुदाय और राहत कर्मी अब चक्रवात फ्रेडी के गुजर जाने के बाद की परेशानियों से जूझ रहे हैं। मलावी और मोजाम्बिक में इस चक्रवात ने 250 से ज्यादा लोगों की जान ली है और हजारों की संख्या में लोग बेघर हुए हैं।
चक्रवात फ्रेडी बुधवार को निष्प्रभावी हो गया, लेकिन मौसम निगरानी केन्द्रों ने चेतावनी दी है कि प्रभावित देशों में अभी भी बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। अधिकारियों ने बताया वित्तीय राजधानी ब्लांटायर सहित दक्षिणी मलावी में कम से कम 225 लोगों की मौत हुई है। करीब 88,000 लोग अभी भी बेघर हैं और क्षेत्र के कई हिस्सों से अभी भी संपर्क टूटा हुआ है। मलावी के राष्ट्रपति लजारस चकवेरा ने 14 दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
मोजाम्बिक में प्रशासन ने बताया कि शनिवार से अभी तक कम से कम 53 लोगों की मौत हुई है जबकि 50,000 से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि मानव की वजह से हुए जलवायु परिवर्तन से चक्रवातीय गतिविधियों की आवृत्ती में कमी आयी है और वे अधिक भीषण हुई हैं। हाल ही में समाप्त हुए ला-नीना का प्रभाव दुनिया भर पर होता है और उसके कारण हाल के वर्षों में क्षेत्र में चक्रवातों की आवृत्ती बढ़ी है। चक्रवात फ्रेडी ने फरवरी से ही अफ्रीका के दक्षिणी हिस्से में कहर बरपाया है।