लखनऊ। आने वाले साल में उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने है। राजनीतिक समीकरणों को साधने के लिए सभी पार्टिया अपने-अपने दांव चल रही है। हाल में ही सुभासपा अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात की थी। इसके बाद कयासों का दौर शुरू हो गया था। माना जा रहा था कि स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात के बाद ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर से एनडीए के साथ जा सकते हैं। इन सबके बीच ओमप्रकाश राजभर ने तमाम कयासों को खारिज किया है। राजभर ने साफ तौर पर कहा कि असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी एआईएमआईएम से कोई मतभेद नहीं है।
अपने बयान में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हम ओवैसी के साथ ही चुनाव लड़ेंगे। हम उनसे अलग नहीं हुए हैं। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह 27 अक्टूबर के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे। वर्तमान में देखे तो ओमप्रकाश राजभर ने असदुद्दीन ओवैसी से संबंधों को लेकर दिए गए बयान के जरिए राजनीतिक चर्चाओं पर विराम लगाने की कोशिश की है। इसके साथ ही साथ ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा पर भी निशाना साधा। ओमप्रकाश राजभर ने साफ तौर पर भाजपा पर प्रदेश में महंगाई बढ़ाने और बाढ़ की स्थिति को नहीं संभालने को लेकर आरोप लगाया। आपको बता दें कि 2017 के चुनाव में ओमप्रकाश राजभर भाजपा के साथ थे। उन्हें योगी कैबिनेट में मंत्री भी बनाया गया था। लेकिन बाद में वह अलग हो गए थे और भाजपा के खिलाफ लगातार हमलावर हैं।