देहरादून। मैदान के अंदर हर टीम एक दूसरे की प्रतिद्वंद्वी होती हैं। फिर चाहे चिर परिचित प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान हो या ऑस्ट्रेलिया हो या कोई और टीम। वर्ल्ड कप में विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से सुसज्जित टीमें भाग लेती हैं। ऐसे मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करना और अपने खेल से प्रभावित करना सपना पूरे होने जैसा है। न्यूजीलैंड में चल रहे आईसीसी महिला विश्व कप क्रिकेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली दून की होनहार महिला क्रिकेटर स्नेह राणा का मानना है कि आत्मविश्वास और सकारात्मकता के साथ परिश्रम करते रहने से मंजिल को हासिल किया जा सकता है।
प्रेस क्लब की ओर से क्लब सभागार में आयोजित ‘स्नेह से संवाद’ कार्यक्रम में भारतीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व करके लौटी दून के सिनोला गांव निवासी राणा ने स्नेह राणा ने अपने अनुभव साझा किए। स्नेह ने कहा कि यह मेरा विश्व कप है। आम सीरीज से ज्यादा महत्व विश्व कप का होता है। हर खिलाड़ी को ऐसे आयोजन में गेंद और बल्ले से देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी होती है। एक टीम के रूप में हमने बेहतर प्रदर्शन का प्रयास किया। दक्षिण अफ्रीका से अहम मुकाबले में भी सभी ने एकजुट प्रदर्शन किया, लेकिन कांटे के मुकाबले में अफ्रीकी टीम बाजी मार ले गई। कहा कि मैच में अनुभवी गेंदबाजी झूलन गोस्वामी को बाहर रखने का नुकसान जरूर हुआ है, लेकिन अन्य खिलाड़ियों को मौका देना भी रणनीति का हिस्सा था। स्नेह ने कहा कि भारतीय टीम में अलग-अलग प्रांत के खिलाड़ी होती हैं। किसी भी प्रतियोगिता से पहले कैंप का आयोजन इसलिए भी किया जाता है ताकि सभी खिलाड़ी एकदूसरे को जान सके और उनमें समन्वय बने। कहा कि विश्व कप के लिए मैंने पहले से ही अपने को मानसिक रूप से मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया ताकि अपने बेस्ट दे सकूं। कहा कि पहला ही मैच पाकिस्तान के साथ था। हालांकि कोई दबाव नहीं रहा। मुझे खुशी है कि इस मैच में विश्व कप का पहला नाबाद अर्द्धशतक लगाया और विकेट झटकर भारत की जीत में योगदान दिया। यह मेरे के लिए विश्व कप के यादगार पलों में से एक है। वेस्टइंडीज के खिलाफ अहम मौके पर विकेट हासिल करना भी इनमें से एक है। रेलवे की महिला टीम की कप्तान स्नेह राणा ने कहा कि अब घरेलू क्रिकेट और आगामी कॉमनवेल्थ सीरीज पर ध्यान केंद्रित करना है। कहा कि पहले के मुकाबले उत्तराखंड में महिला क्रिकेट में बदलाव आया है। प्रदेश की क्रिकेट एसोसिएशन महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए बेहतर कार्य कर रही है। अब प्रदेश को महिला खेल मंत्री भी मिली है। उनसे उम्मीद है कि बेटियों को खेलों में प्रोत्साहित करने के लिए योजनाएं लाएंगी।